सिन्धी भाषी वरिष्ठ साहित्यकार हरी हिमथानी ने अनेक पुस्तकांे का करवाया प्रकाशन: गाफिल

 सिन्धी भाषी वरिष्ठ साहित्यकार हरी हिमथानी ने अनेक पुस्तकांे का करवाया प्रकाशन: गाफिल 


  भारतीय रेल्वे से सेवानिवृत 86 वर्षीय हरि हिमथानी अनेक पुरूस्कारो से पुरूस्कृत थे

   दैनिक मरु प्रहार/संवाददाता। 

               सिन्धी मूल भाषा के विश्व विख्यात साहित्यकार अजमेर निवासी हरि हिमथानी का जन्म वर्तमान पाकिस्तान में 1933 में हुआ था और निधन 01 दिसम्बर 2020 को अजमेर में हुआ था। हरि हिमथानी अजमेर के रेल्वे विभाग से सेवानिवृत हुए थे।
  हरि हिमथानी के स्मृति दिवस के अवसर पर ठठेरा चौक सिथत बाबा हरदयान दरबार में महन्त अशोक गाफिल ने गुरू ग्रंथ साहिब नित  नेम के पाठ, और सुखमनी साहिब का पाठ करके अरदास की गई ।

     अशोक गाफिल ने बताया कि विख्यात साहित्यकार हरि हिमथानी ने अनेक पुस्तको का सम्पादन किया एवं उनका प्रकाशन करवाया।पूज्य सिन्धी पंचायत अजमेर के महासचिव रमेश लालवानी ने बताया कि हरि हिमथानी तिलोकनगर रावण की बगीची क्षेत्र में रहते थे और इन्होने मूल सिन्धी अरबी सिन्धी में अनेक पुस्तके लिखी और अनेको बार विभिन्न साहित्य अकादियो की ओर से एवं सामाजिक साहित्यक संस्थाओ की ओर से सम्मानित किया गया।

    हरि हिमथानी के स्मृति दिवस के अवसर पर सिन्धू ज्योति सेवा समिति के अध्यक्ष मंधाराम भिरयानी,राम खूबचन्दानी,प्रकाश छबलानी,जयकिशन वतवानी, गोविन्द लालवानी, किशोर मंगलानी, दिलीप बिनयानी, विशनदास वासवानी, बाबा हरदयाल दरबार के महन्त अशोक गाफिल, सन्त अमर उदासी आदि ने उनको नमन किया है।

     समाज सेवी श्रीमती लत्ता भैरूमल बच्चानी और वरिष्ठ पत्रकार राजेश लालवानी ने हरि हिमथानी को सिन्धी लिपि व भाषा के विश्व विख्यात साहित्यकार बताया। 
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