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Sachkhand Sri Harmandir Sahib Sri Amritsar Sahib Ji Amrit Wela Da Mukhwak: 03rd Magh (Samvat 555 Nanakshahi) 16-January-2024 Ang 596

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 अपनी  प्रात: का शुभारंभ  प्रभु परमात्मा, श्री हरि स्मरण से करिये                  🙏 श्री हरमिन्दर साहिब (स्वर्ण मन्दिर) अमृतसर में श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी  के अंग 596 दिनांक 16-01-2024  को  प्रात: जारी गुरुबाणी, अमृतवचन/हुकमनामा : पंजाबी, हिन्दी व अंग्रेजी में अर्थ सहित पढ़िए  🙏   Sachkhand Sri Harmandir Sahib Sri Amritsar Sahib Ji Amrit Wela Da Mukhwak: 03rd Magh (Samvat 555 Nanakshahi) 16-January-2024 Ang 596 🙏🙏 ਸੋਰਠਿ ਮਃ ੧ ਚਉਤੁਕੇ ॥ ਮਾਇ ਬਾਪ ਕੋ ਬੇਟਾ ਨੀਕਾ ਸਸੁਰੈ ਚਤੁਰੁ ਜਵਾਈ ॥ ਬਾਲ ਕੰਨਿਆ ਕੌ ਬਾਪੁ ਪਿਆਰਾ ਭਾਈ ਕੌ ਅਤਿ ਭਾਈ ॥ ਹੁਕਮੁ ਭਇਆ ਬਾਹਰੁ ਘਰੁ ਛੋਡਿਆ ਖਿਨ ਮਹਿ ਭਈ ਪਰਾਈ ॥ ਨਾਮੁ ਦਾਨੁ ਇਸਨਾਨੁ ਨ ਮਨਮੁਖਿ ਤਿਤੁ ਤਨਿ ਧੂੜਿ ਧੁਮਾਈ ॥੧॥ ਮਨੁ ਮਾਨਿਆ ਨਾਮੁ ਸਖਾਈ ॥ ਪਾਇ ਪਰਉ ਗੁਰ ਕੈ ਬਲਿਹਾਰੈ ਜਿਨਿ ਸਾਚੀ ਬੂਝ ਬੁਝਾਈ ॥ ਰਹਾਉ ॥ ਜਗ ਸਿਉ ਝੂਠ ਪ੍ਰੀਤਿ ਮਨੁ ਬੇਧਿਆ ਜਨ ਸਿਉ ਵਾਦੁ ਰਚਾਈ ॥ ਮਾਇਆ ਮਗਨੁ ਅਹਿਨਿਸਿ ਮਗੁ ਜੋਹੈ ਨਾਮੁ ਨ ਲੇਵੈ ਮਰੈ ਬਿਖੁ ਖਾਈ ॥ ਗੰਧਣ ਵੈਣਿ ਰਤਾ ਹਿਤਕਾਰੀ ਸਬਦੈ ਸੁਰਤਿ ਨ ਆਈ ॥ ਰੰਗਿ ਨ ਰਾਤਾ ਰਸਿ ਨਹੀ ਬੇਧਿਆ ਮਨਮੁਖਿ ਪਤਿ ਗਵਾਈ ॥੨॥ ਸਾਧ ਸਭਾ ਮਹਿ ਸਹਜੁ ਨ ਚਾਖਿਆ ਜਿਹਬਾ ਰਸੁ ਨਹੀ ਰਾਈ ॥ ਮਨੁ ਤਨੁ ਧਨੁ ਅਪੁਨਾ ਕਰਿ ਜਾਨਿਆ ਦਰ ਕੀ ਖਬਰਿ ਨ ਪਾਈ ॥ ਅਖੀ ਮੀਟਿ ਚਲਿਆ ਅੰਧਿਆਰਾ ਘਰੁ ਦ

भेख धारण - हेमराज तंवर अलखनामी पंथ में दीक्षित हुए प्रतिष्ठित समाज बंधुओं, साधु-संतों की उपस्थिति में ली दीक्षा

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  भेख धारण - हेमराज तंवर अलखनामी पंथ में दीक्षित हुए   प्रतिष्ठित समाज बंधुओं, साधु-संतों की उपस्थिति में ली दीक्षा   मरु प्रहार/ संवाददाता।  अजमेर। स्थानीय बाबा रामदेव मंदिर, पाल बीचला, अजमेर में समाज के प्रतिष्ठित समाज बंधुओं, साधु-संतों की उपस्थिति में आयोजित गरिमापूर्ण समारोह में श्री हेमराज तंवर अलखनामी पंथ में दिनांक 14 दिसंबर, 2023 गुरु वार, विक्रम संवत 2080 मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष दूज को  दीक्षित होकर गृहस्थ साधु बने।           हेमराज तंवर को आचार्य रामगोपाल जी एवं संत-महंतों की देखरेख में अलखनामी पंथ में  संत श्री गणेश दास जी पुत्र/शिष्य संत श्री काना दास जी ने, संत श्री प्रहलाद दास जी के सहयोग से चादर मांगलिक कार्यों उपरांत संतों की सहमति एवं आशीर्वाद से एवं समाज बंधुओं की साक्षी में चादर ओढ़ा दीक्षा प्रदान की।        अलखनामी श्री गणेश दास जी को हेमदास जी ने अपना गुरु स्वीकार कर आशीष लिया।        उपस्थित संतों ने जानकारी देते हुए बताया कि श्री हेमराज तंवर को दीक्षा उपरांत  "संत हेमदास जी" नाम से संबोधित किया जायेगा, साथ ही इनको बाबा रामदेव मंदिर की सेवा पूजा करने के ल