रिश्ते- नाते : relationships वर- वधु चाहिए LABANA JAGRATI SANDESH लबाना जागृति सन्देश : रिश्ते - नाते लबाना सिख समाज के रिश्ते-नाते के लिये इसे उपयोग करें इसमें वर - वधु की बायोडेटा प्रकाशित की जायेगी , रिश्ता हो जाने पर उसकी बायोडेटा यहां से डिलिट कर दी जाएगी । इसमें वर - वधु पक्ष के सम्पर्क दिये जाते हैं ताकि सीधे तोर पर सम्पर्क किया जा सके 🙏🙏 नोट: इसमें पोस्ट किये जाने वाली वर वधु पक्ष की सूचना का कोई भी चार्ज किसी भी पक्ष से नहीं लिया जाता है। यह केवल सन्त सीतल सिंह साहिब (महू वालों) व गद्दीनशीन महन्त सन्त बाबा सुखदेव सिंह जी साहिब की आर्शीवाद से स्वजातीय समाज को सुविधा उपलब्ध कराने, समाज सेवा की दृष्टि से किया गया है। आपका अपना समूह साध संगत के चरणों का दास: सम्पादक: जी. एस. लबाना 🙏🙏 🙏🙏 🙏🙏 🙏🙏 वधु चाहिए नाम-तरविंदर सिंह जन्म तिथि-17/02/1995 पिता का नाम : सरबजीत सिंह पिता की जाती - विंझरावत माता का ना...
LABANA JAGRATI SANDESH लबाना सिख समाज को गोर्वानित करने वाली खुश खबर : हरमीत कौर "खुशी" बनी गवर्नमेंट स्टाफ नर्स #/=/#/=#/=- लबाना सिख समाज को गोर्वानित करने वाली खुश खबर हरमीत कौर "खुशी" बनी गवर्नमेंट स्टाफ नर्स पाली। पाली निवासी सरदारनी-सरदार अमरजीत सिंह अंदयाण "बबन" - सीमा कौर की ज्येष्ठ सुपुत्री बीबी हरमीत कौर "खुशी" गवर्नमेंट नर्सिंग स्टाफ की पहली परीक्षा में सफलता हासिल कर गवर्नमेंट स्टाफ नर्स के पद पर चयनित हुई हैं। चयनित होने पर 12 दिसम्बर 2024 को राजकीय बांगड महाविद्यालय पाली (राजस्थान) में आयोजित मुख्यमन्त्री रोजगार उत्सव समारोह में डाॅक्टर विकास मारवाल मुख्य चिकित्सक एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने राजकीय सेवा नवनियुक्त पर हरमीत कौर "खुशी" को मुख्यमन्त्री रोजगार सन्देश पत्र देकर सम्मानित किया। 22 वर्षीय हरमीत कौर "खुशी" ने वर्ष 2019 में श्री हंस निर्वाण सरस्वती स्कूल से 82% अंकों के साथ 12वीं कक्षा पास की। उसके बाद 2019-20 में श्री करणी कृपा नर्सिंग कॉलेज से 3 साल का जीएनएम नर्सिंग कोर्स को चुना और जीएनएम नर्सिंग ...
बद्रीनाथ, द्वारका, जगन्नाथ पुरी और रामेश्वरम भारत के चारों पवित्र धामों की जानकारी! भारतीय धर्मग्रंथों और मान्यताओं के अनुसार भारत में बद्रीनाथ, द्वारका, जगन्नाथ पुरी और रामेश्वरम को चार धाम की संज्ञा दी गयी गई है, जिसे आदिगुरु शंकराचार्य जी ने एक सूत्र में पिरोया था ! मान्यता है कि चार धाम (बद्रीनाथ, द्वारका, जगन्नाथ पुरी और रामेश्वरम) की यात्रा करने से किसी भी व्यक्ति के सारे पाप धुल जाते हैं, और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है ! (1) बद्रीनाथ धाम : - श्री बद्रीनाथ मंदिर अलकनंदा नदी के किनारे उत्तराखंड राज्य में नर और नारायण पर्वतों के मध्य स्थित है, जो की समुद्र तल से 10,276 फीट की ऊंचाई पर है। यह मंदिर भगवान विष्णु के रूप को समर्पित है तथा इसे हिमालय के चारधामों का आखिरी पड़ाव माना जाता है वहीँ भारत के चार धामों में इसका पहला स्थान है ! अलकनंदा नदी इस मंदिर की खूबसुरती में चार चांद लगाती...
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